楼主: 西门文雅
|
【古人雅句我来对】(欢迎新老联友参加) |
发表于 2014-4-16 09:05
|
显示全部楼层
| ||
| |
自嵌名联(新声):学敏
学而敏,方臻大雅; 敏再学,乃至无愚。 |
|
发表于 2014-4-16 09:16
|
显示全部楼层
| ||
发表于 2014-4-16 09:19
|
显示全部楼层
| ||
发表于 2014-4-16 09:26
|
显示全部楼层
| ||
应将壮志酬大海
总仗豪情走高峰 ————常江 惠赠 |
||
发表于 2014-4-16 09:35
|
显示全部楼层
| ||
发表于 2014-4-16 09:46
|
显示全部楼层
| ||
发表于 2014-4-16 10:12
|
显示全部楼层
| ||
发表于 2014-4-16 10:15
|
显示全部楼层
| ||
发表于 2014-4-16 10:23
|
显示全部楼层
| ||
发表于 2014-4-16 10:37
|
显示全部楼层
| ||
发表于 2014-4-16 10:39
|
显示全部楼层
| ||
发表于 2014-4-16 10:46
|
显示全部楼层
| ||
发表于 2014-4-16 11:04
|
显示全部楼层
| ||
发表于 2014-4-16 11:23
|
显示全部楼层
| ||
发表于 2014-4-16 22:00
|
显示全部楼层
| ||
只喜诗词对,不沾烟酒茶。
|
||
发表于 2014-4-16 22:01
|
显示全部楼层
| |
只喜诗词对,不沾烟酒茶。
|
|
发表于 2014-4-17 07:10
|
显示全部楼层
| |
发表于 2014-4-17 07:12
|
显示全部楼层
| |
发表于 2014-4-17 07:21
|
显示全部楼层
| |
|手机版|小黑屋|联都网 ( 闽ICP备2023009884号 )
GMT+8, 2024-4-18 23:16 , Processed in 0.114862 second(s), 19 queries .
Powered by Discuz! X3.2 Licensed
© 2001-2013 Comsenz Inc.